अगर आप ब्लॉग बनाकर पैसे कमाने के बाड़े में सोच रहे है तो आपको domian और hosting के बाड़े में जरुर पता होना चाहिए क्योकि इसके बिना वेबसाइट बनाना असंभव है. ब्लॉगर होते हुए आपको domain क्या है, hosting क्या है, hosting कितने प्रकार के होते है इनके बाड़े में जरुरी जानकारी होनी चाहिए. तो चलिए इसे अच्छे से समझने की कोसिस करते है.
नमस्कार दोस्तों,
मेरा नाम ऋषि चौधरी है मैं एक ब्लॉगर हु और gyanreach.com के माध्यम से technology
से जुडी जानकारी आप तक पहुचाने का प्रयास करता हु.
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domain aur hosting kya hota hai |
Domain क्या है
इस पूरी दुनिया में
250 से भी ज्यादा देश है उनमे न जाने कितने राज्य, जिले ,शहर, गली और मोहले होंगे
और अगर कोई वेक्ति आपके घर तक पहुचना चाहता है तो ऐसे में वो आपके address का
इस्तमाल करेगा बिना पते के वो कभी आपतक नही पहुच पायेगा.
ठीक उशी प्रकार ये
पूरा इन्टरनेट एक दुनिया जैसा है जिसके लाखो वेबसाइट और blogs है ऐसे में अगर कोई
विजिटर आपके वेबसाइट तक पहुचना चाहता है तो वो आपके वेब address का इस्तमाल करेगा.
ये वेब address में
एक नाम भी होता है जिसे domian name कहते है जैसे www.facebook.com, www.gyanreach.com, www.instagarm.com,
Hosting क्या होता
है.
अगर आप अपने फ़ोन में
photos, videos, document....etc रखते है तो वो सारा डाटा आपके फ़ोनके internal
storage में स्टोर होता है.
ठीक उशी प्रकार
इन्टरनेट पर आप जो वेबसाइट बनाकर उसमे article, photos, videos..etc अपलोड करेनेग
वो सारा डाटा एक जगह जाकर स्टोर हो जाता है जिसे hosting कहते है.
Hosting के प्रकार.
hosting मुखतः चार
प्रकार के होते है.
1. Shared Hosting.
शेयर का मतलब होता
है बाटना यानि इस तरह की hosting को कई वेबसाइट मिल बाटकर इस्तमाल करती है. जिससे
वजह से इसे सस्ते में ख़रीदा जा सकता है.
मान लीजिये आप अपनी
bike से ऑफिस जाते और हर दिन उसमे 100 रुपये का पेट्रोल लगता है. एक दिन आपके
पडोसी ने भी उसी कंपनी में job पकड़ ली और आप दोनों ने ये तै किया की अब हम साथ में
ही ऑफिस जायेंगे और पेट्रोल का खर्च आधा आधा बाट लेंगे. अब आप सिर्फ 50 रुपये में
ही ऑफिस पहुच गए. तो शेयर करने से दोनों का काम होता और और पैसे भी कम लगते है
इसीलिए लोग शेयर hosting का प्रयोग करते है.
Advantage
ये नए ब्लोग्गेर्स
के लिए सर्वुत्तम विकल्प है. अगर आपका कोई छोटा bussiness है या आपने ब्लॉग्गिंग
सुरु की है तो आपको shared होस्टिग का चयन करना चाहिए. ये बाकि hosting से काफी
सस्ता है.
Disadvanatge
इसमें कई वेबसाइट एक
ही सर्वर के RAM, Storage, CPU.. आदि का प्रयोग करते है जिससे ज्यादा ट्रैफिक आने
से वेबसाइट स्लो हो जाता है.
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shared hosting |
2. Dedicated
Hosting
जैसा की इसके नाम से
ही पता चल रहा है ये किसी एक वेबसाइट को dedicate करता है यानि पुरे सर्वर पर केवल
एक वेबसाइट ही रन करती है. ये hosting उन websites के सर्वाशेस्ट विकल्प है जिनपर
बहुत ज्यादा ट्रैफिक आता है जिसे e-commerce, video watching websites..आदि.
Advanatge
इसके सर्वर का पूरा
control आपके हाथो में होता है. ज्यादा ट्रैफिक आने पर भी आपकी वेबसाइट स्लो नही
होगी और जल्दी कोई technical issues का सामना भी नही करना पड़ता.
Disadvanatge.
ये अन्य hosting से
थोरा महंगा है क्योकि इसका पूरा सर्वर आपको दिया जाता है. नए bloggers के लिए इसे
अफ्फोर्ड करना मुस्किल है.
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dedicated hosting |
3.VPS (Virtual
Private Server)
इस hosting में एक
सर्वर को कई वर्चुअल सर्वर में बाट दिया जाता है और हर वेबसाइट को एक वर्चुअल
सर्वर मिल जाता है ये shared hosting से अच्छा है किन्तु dedicated hosting से
थोरा पीछे है. जिनके वेबसाइट का पेज लोडिंग स्पीड कम है वो vps hosting पर स्विच
कर सकते है क्योकि इसमें ज्यादा storage, ram, cpu और bandwitch मिल जाता है.
Advantage
अगर आपकी वेबसाइट
स्लो चल रही है लेकिन आपके पास dedicated hosting में इन्वेस्ट करने के पैसे नही
है तो आप vps का इस्तमाल कर सकते है.
Disadvantage.
प्राइवेट सर्वर होने
के बावजूद से shared hosting जैसा ही है इसमें कई वेबसाइट एक वर्चुअल सर्वर पर रन
करती है. ज्यादा ट्रैफिक आने से वेबसाइट स्लो हो सकता है. इसमें कुछ limitations
भी है पुरे सर्वर पर आपका control नही होगा.
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Vps hosting |
4.Cloud Hosting
इसमें कई सर्वर
मिलकर एक वेबसाइट को रन करते है यानि इसमें storage, ram..आदि को बढाया जा सकता
है. इसके सर्वर को आप कंटोल नही कर सकते है.
Advantage.
अगर आपकी वेबसाइट पर
ट्रैफिक flacuate करता रहता है उनके लिए ये के बेहतर विकल्प हो सकता है.
Disadvanatge.
इसमें पैसे थोरे
ज्यादा लगते है और सर्वर में कोई कंटोल भी नही होता है यानि कोई specific सॉफ्टवेर
इंस्टाल करना संबव नही है.
Hosting कैसे काम
करता है.
जैसा की हमने आपको
पहले भी बताया की hosting वो जगह होता है जहा आप अपनी वेबसाइट का सारा डाटा (HTML
Pages, Images, Videos..etc) स्टोर करते है.
जब कोई यूजर अपने
ब्राउज़र में आपकी वेबसाइट का web address (Domain) सर्च करेगा तो इन्टरनेट उसे
वेबसाइट के सर्वर से साथ कनेक्ट करता है और जो डाटा उसमे स्टोर है वो यूजर के
सामने represent किया जाता है.
एक आम इंसान के लिए
सर्वर को लगाना और मेन्टेन करना बहुत मुस्किल है क्योकि इसमें बहुत ज्यादा पैसा
लगता है इसीलिए मार्किट में कुछ कंपनी है जो आपको कुछ पैसे लेकर अपनी hosting में
आपको जगह देती है जहा आप अपना डाटा स्टोर कर सकते है.
आपकी वेबसाइट को किस
सर्वर में रखा गया है ये domain name system यानि DNS से पता चलता है .जो की आपको
hosting providers ही देते है जैसे-( Hostinger, Hostingator, Blue Host, Go
Daddy..etc )
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web hosting kaise kaam karta hai |
Web Hosting में
क्या क्या Features होने चाहिए.
Bandwidth
इससे कितनी मात्रा
में डाटा आपके visitors तक एक निश्चित समय में पहुच रहा है उसका पता चलता है.
hosting लेते समय आपको इसका ध्यान रखना चाहिए की उस hosting प्लान का bandwidth
आपकी जरुरत की हिस्साब से है या नही. अगर bandwidth low हुआ तो ज्यादा tarffic आने
से आपकी वेबसाइट स्लो हो सकती है.
Uptime
इससे ये पता चलता है
आपकी वेबसाइट visitors के लिए कितने समय तक उपलब्द रहेगी. कुछ वेब hosting
providers guarenteed uptime देती है जो ये सुनिषित करता है की आपकी वेबसाइट 99.9%
टाइम उपलब्द रहेगी.
Storage
अगर किसी फ़ोन में
20gb की storage है तो आप उसमे 20gb तक की ही data स्टोर कर सकते है. वैसा ही वेब
hosting के साथ भी है अलग अलग hosting प्लान्स में डिस्क space अलग होता है. अगर
आप अपने वेबसाइट बहुत ज्यादा (web pages, photos, videos..etc) अपलोड करोगे तो
आपकी hosting में पर्याप्त disk space होना चाहिए.
Email
एक professional
ईमेल भी वेबसाइट के लिए बहुत जरुरी होता है. क्या आपके hosting providers ये सेवा
दे रहे है इसकी जाच अवश्य करे. इससे आप custom ईमेल बना सकते है. जिसमे ईमेल
भेजना. प्राप्त करना, virus filtres..आदि जैसी कई सुभिदाए मौजुद् होती है.
Backups
कभी कभी किसी
technical issue की वजह से हमारा data loss हो जाता है hosting खरीदते समय इस बात
का खास ख्याल रखे की उस प्लान में आपको daily, weekly backups की सुभिदा उपलब्द है
या नही.
Customer Support
अक्सर नए bloggers
hosting तो खरीद लेते है लेकिन उसे मैनेज करने में काफी परेस्सानी आती है इन्फक्ट
पुराने ब्लोग्गेर्स को भी hosting से सम्भंदित कुछ परेसनिया अक्सर आती रहती है.
इसीलिए ये जरुर देखे की providers आपको live chat, Helpline Numbers, और Tutorials
जैसा support प्रदान कर रहे या नही.
Web Hosting कैसे और
कहा से ख़रीदे.
मार्किट में बहुत सी
कंपनी है जो अपने सर्वर में आपको जगह देती है और उसके बदले में montly या yearly
आपसे कुछ पैसे चार्ज करती है. कुछ पोपुलर hosting providers है – GoDaddy,
Hostinger, Hostingator, Blue Host...etc
hosting खरीदने के
लिए सबसे पहले किसी कंपनी के वेबसाइट पर जाकर अपना अकाउंट बना ले फिर आपनी hosting
का प्रकार और अपना मनपसंद प्लान चुनकर आगे बढे. अब आपका बिल generate होगा जिसका
payemnet आपको digital रूप से करना पड़ेगा उसके बाद आप hosting का इस्तमाल कर सकते
है.
तो आज हमने जाना web hosting क्या होता है उम्मीद करता हु की ये आर्टिकल आपको जरुर पसंद आया होगा. इस आर्टिकल को पढने के लिए धन्यवाद.