इन्टरनेट क्या है और कैसे काम करता है

आज की तारिक में इन्टरनेट हमरे जीवन का एक एहम हिस्सा बन गया है हम घंटो तक इन्टरनेट का इस्तमाल करते है और अगर किसी कारणवस कुछ समय के लिया हमरा इन्टरनेट काम करना बंद कर दे तो हम कितना ज्यादा परेसान हो जाते है ये आप भली भाति समझ सकते है.

आज हम घर बठे shopping, bill payment, study..आदि कर सकते है तो ये केवल इन्टरनेट की मदद से ही संभव है लेकिन क्या आपने कभी जानने की कोसिस की जिस इन्टरनेट ने हमारा जीवन को इतना बेहतर और आसान बनाया है वो आखिर है क्या और किस तरह से काम करता है

अगर नही तो चलिए आज हमलोग अच्छे से समझते है की इन्टरनेट क्या है और इन्टरनेट किस तरह से काम करता है, इसका मालिक कौन है, भारत में इन्टरनेट की सुरुआत कैसे हुई इसका इतिहास और इससे होने वाले फायेदे और नुक्सान के बाड़े में भी विस्तार से समझेगे.


Internet kya hai
Internet kya hai 

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम ऋषि चौधरी है मैं पिछले सारे तीन सालो से ब्लॉग्गिंग के फील्ड में काम कर रहा है और gyanreach.com के माध्यम से technology से जुडी जानकारी आप सभो तक पहुचने की कोसिस में लगा रहता हु.

नेटवर्क क्या है. (What is network in hindi)

जब दो या दो से अधिक इलेक्ट्रॉनिक devices आपस में जुड़ते है तो उसे एक network कहा जाता है

जैसे कुछ public या private organisation, schools, colleges, bussiness, hospitals और research centres इसमें सामिल है

इन्टरनेट क्या है. (What is internet in hindi)

Internet यानि Internatioal network of computer एक ग्लोबल network है जो दो या दो से अधिक computers और इलेक्ट्रॉनिक devices (लैपटॉप, टेबलेट्स, smartphone, स्मार्ट टीवी, स्मार्ट घरी, गेमिंग कंसोल्स.. आदि) को आपस में कनेक्ट करने का काम करता है.

इन्टरनेट कई सारे नेटवर्क को एक साथ जोरता है इसीलिए इसे network of network और interconnected network के नाम से भी जाना जाता है.

इन्टरनेट कैसे चलता है 

ज्यादातर लोगो को लगता है इन्टरनेट satellite की मदद से चलता है और ऐसा है भी परन्तु ये पूरी सच्चाई नही है.

पूरी दुनिया में 90% इन्टरनेट ऑप्टिक फिब्रेस, टेलीफोन लाइन्स और केबल से चालत है और बाकी 10% उपग्रह की मदद से इस्तमाल में लिया जाता है.

ये ऑप्टिक फिब्रेस समुंद्र में लाखो किलोमीटर के दाएरे में बिछाये जाते है और इन्हें से इन्टरनेट चलता है.

समुंद्र में कई बड़े जहाज चलते रहते है जिसके कारन कभी कभार केबल्स डैमेज हो जाते है और इन्टरनेट काम नही करता ऐसा ही एक बार 2008 में egypt के लोगो के साथ हुआ जिससे उनका 70-75% इन्टरनेट बंद हो गया.

इसे को ध्यान में रखते हुए कुछ टीम बनायीं गए जो चौबीसों घंटे समुंद्र में उन केबल्स का ध्यान रखे और किसी करनवास कोई डैमेज होता है तो उसे जल्द से जल्द सही किया जा सके.

आज हम आपने घरो में बाड़े आराम से इन्टरनेट उपयोग करते है लेकिन इसे हम तक पहुचाने के लिए लाखो लोग दिन रात लगे रहते है.

इन्टरनेट कैसे काम करता है (How internet works in hindi)

इसे अच्छे से समझने के लिए आपको कुछ जरुरी बाते पता होनी चाहिए जैसे:-

Client – जो किसी जानकारी के लिए request बेझता है. अगर आप गूगल पर कुछ सर्च करते है तो ऐसे में आपके कंप्यूटर को क्लाइंट कहा जायेगा.

Server – जो जानकारी आपतक पहुचता है. इस केस में गूगल का डाटा जिस कंप्यूटर में स्टोर होगा उसे हम सर्वर का नाम देंगे.

Protocol- Protocol का मतलब होता है नियमो का समहू हर काम को करने के लिए कुछ नियम बनाये जाते है जिन्हें एक साथ protocol कहा जाता है.

Packets -  इन्टरनेट पर जब कोई request जाती है तो उसे छोटे छोटे टुकरो में बाट दिया जाता और destination पर फिर से जोड़ा जाता है. इन छोटे टुकरो को ही packets या datagram कहते है

तो चलिए अब step by step समझते है की आखिर इन्टरनेट कैसे काम करता है.

1.जब हम ब्राउज़र में कोई वेब एड्रेस सर्च करते है या किसी लिंक पर क्लिक कर देते है तो उसके यूआरएल से ये पता लगाया जाता है की इसमें कौन सा protocol इस्तमाल हो रहा है.

2. अगर यूआरएल में http:// लगा है तो (HTTP protocol) और अगर ftp:// है तो (FTP protocol) का use हो रहा है.

3. इसके बाद आपके ISP यानि Internet Service Provider (jio, airtel, VI, bsnl.. आदि) को request सेंड किया जाता है.

4. आपका ISP उस उस वेबसाइट के सर्वर को request बेझता है जिसका एड्रेस अपने सर्च किया है.


Internet kaise kaam karta hai
Internet kaise kaam karta hai

5. आपके सर्च किये लिंक पर जो भी वेब पेज मौजूद है उस वेबसाइट का सर्वर आपके ISP को पेज सेंड करता है.

6. वो पेज ISP क्लाइंट यानि हमरे कंप्यूटर को सेंड करता है और मॉनिटर उसे डिस्प्ले कर देता है

7. ये प्रक्रिया इतनी तेज़ी से होती है की हमें पता भी नहीं चलता और कुछ सेकंड्स के अन्दर ही हमें रिजल्ट्स मिल जाते है

अब आप इन्टरनेट के पीछे का राज़ अच्छे से समझ गए होंगे तो चलिए इन्टरनेट के सम्बंधित कुछ और बाते जानते है.

इन्टरनेट का इतिहास (History of internet in hindi)

1. हम उस समय की बात कर रहे है जब US में Cold War चल रहा था.

2. इस दौरान US ने MIT (Massachusetts Institute of technology) के साथ मिलकर ARPA यानि Advance Research Project Agency बनाया.

3. ARPA ने एक communication system बनाया जिसकी मदद से Us की सेना एक दुसरे से मेसेज का अर्दान प्रदान कर सके. इस system को ARPnet का नाम दिया गया.

4. कुछ researches ने मिलकर ARPA के लिए TCP (Transmission Control Protocol) और IP (Internet Protocol) बनाया.

5. 1980 में NSF यानि National Science Foundation ने भी एक network बनाकर तैयार किया जिसे NSTnet का नाम दिया गया.

6. आगे चलाकर ARPA और NSF ने अपने networks को साथ में जोड़ा जिसे आज हम Internet के नाम से जानते है.

7. आपको जानकर हैरानी होगी की सुरुवात में इन्टरनेट एक private network था जिसे बाद में सभी लोगो के लिए उपलब्द कराया गया.

भारत में इन्टरनेट के सुरुवात (Rise of Internet in india in hindi)

1. 1989 में DOE (Department of electronics) ने गवर्नमेंट की मदद से ERNET (Educational Research Network) की अस्थापना की जिसका मकसद छात्रों को शिक्षा के लिए जानकारी उपलब्द करवाना था.

2. सुरवाती दौर में इसे IITs colleges समेत कुछ बड़े बड़े संस्थानों से जोड़ा गया.

3. 14 अगस्त 1995 को VSNL (Vedesh Sanchar Nigam Limited) को आम जानत के लिए लांच किया गया.

4.  उस समय की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी होने के बावजूद ये उतना विकसित नही था इसे कुछ बड़े शहर जैसे देल्ही, मुंबई, कोल्कता, चेन्नई, बंगलोरे में ही dial up connection से चलाया जा सकता था.

5. उस समय इसकी स्पीड 10 kb/s की थी और हर एक घंटे इन्टनेट इस्तमाल करने के लिए 125 रुपये चार्ज किये जाते थे.

6. अक्टूबर 2000 में BSNL(Bharat Sanchar Nigam Limited) की अस्थापना की गई. कुछ समय बाद गवर्मेंट ने bandboard सर्विसेज देना प्रारंभ किया जिसकी स्पीड 256 kbps की थी.

7. Brandboard में तेज़ी से विकाश हो रहा था लेकिन वायर लाइन technology होने के कारन कई दिकक्तो का सामना भी करना पडता था और ये परेस्सानी भी तब दूर हो गई जब मार्किट में 3g और 4g सर्विसेज के सुरुआत हुई क्योकि इनमे wireless technology का इस्तमाल होता था.

8. 10 अप्रैल 2012 को airtel ने 4g सर्विसेज की सुरुआत की और 5 सितम्बर 2016 में jio ने अपना 4g सिम मार्किट में उतारा.

9. Jio ने 6 महीनो तक फ्री इन्टनेट दिया और कुछ समय में ही 1.6 करोड़ कस्टमर्स बना लिए.

10. जिससे भारत में इन्टरनेट की क्रांति आई. सभी लोग jio को अपना रहे थे इसके कारन कई सिम कार्ड्स बंद हो गए.

11. पहले भारत में इन्टरनेट बहुत महंगा और स्लो था लेकिन jio के कस्टमर्स देख कर कई कंपनी के अपने प्लान्स सस्ते किये और इन्टरनेट स्पीड पर भी ध्यान दिया.

12. पिछले 7-8 सालो में भारत में इन्टरनेट ने काफी तर्रकी की और देखेत ही देखते भारत इन्टरनेट इस्तमाल करने वाला दूसरा सबस बड़ा देस बन चूका है.

इन्टरनेट को किसने बनाया (Who invent Internet in hindi)

वैसे तो इन्टरनेट को बनाने पीछे कई लोगो का हाथ है लेकिन Vint Cerf और Robert E Kahn ने इसे बनाने में विसेस भूमिका निभाई है इसीलिए इन्हें इन्टरनेट का अविष्कारक कहा जाता है.


Internet ka malik kaun hai
Internet ka malik kaun hai

इन्टरनेट का मालिक कौन है (Owner of internet in hindi)

दोस्तों, इन्टरनेट कई सारे network से मिलकर बना है इसीलिए ये बताना थोरा मुस्किल है की आखिर इन्टरनेट का मालिक कौन है फिरभी हम समझने की कोसिस करते है.

देखिये इन्टरनेट चलाने में कई चीज़े इस्तमाल होती है जैसे ऑप्टिक फिब्रेस, उपग्रह, इन्टरनेट टावर.. आदि

और इन अलग अलग चीजों के मालिक भी अलग अलग होते है इसीलिए इन्टरनेट पर किसी एक कंपनी या organisation का अधिकार नही है.

लेकिन ये अच्छा ही है अगर इन्टरनेट का कोई एक मालिक होता तो अपने अनुसार उसे नियंत्रित करता और हर एक इंसान तक इन्टरनेट कभी भी नही पहुचता पाता.

मान लीजिये की मार्किट में केवल एक टेलिकॉम कंपनी ही रहे तो वो users से मन मर्ज़ी पैसे चार्ज करेगी और लोगो के पास और कोई आप्शन भी नही होगा लेकिन कोम्पतिटर होने से अगर वो ज्यादा दाम रखती है तो लोग दुसरे प्रोवाइडर के सिम इस्तमाल करेंगे. जिसमे फायेदा कस्टमर्स का ही है

इन्टरनेट के उपयोग (Uses of internet in hindi)

1. Shopping

इन्टरनेट पर हजारो तरह के सामान उपलब्द है जिन्हें हम घर बैठे प्राप्त कर सकते है. ऑफलाइन स्टोर्स के मुकाबले यहाँ ज्यादा आप्शन मिलते है जिससे पैसो की बचत होती है.

2. Electronic Mail (Email)

इसकी मदद से आप जरुरी data और information का अर्दान प्रदान किसी भी वेक्ति के साथ अस्सानी से मेल बेझकर कर सकते है. एक रिकॉर्ड के मुताबिक एक दिन में लगबग 28 लाख से भी ज्यादा ईमेल का लेन- देन होता है.

3. Education

अगर आज आपके पास पढाई के लिए पैसे नहीं है फिरभी आप अपनी पढाई जारी रख सकते है ऑफलाइन मिलने वाले महंगे कोर्सेज को ऑनलाइन कम दामो में ख़रीदा जा सकता है और कुछ तो बिलकुल ही फ्री होते है.

4. Games

आज इन्टरनेट पैर ऐसे कई सारे गेम्स मौजूद है जिनसे आप अच्छा मनोरंजन कर सकते है. सबसे अच्छी बात है की जब चाहे जहा चाहे इसे सिर्फ smartphone की मदद से खेल सकते है. जैसे- Freefire, Pubg, Subway Sufers, Temple Run..etc.

5. Earn From Home

अपनी जरूरतों की पूर्ति करने के लिए पैसा अत्यंत जरुरी है. इन्टरनेट की सहएता से आप ये काम भी कर सकते है और इसके लिए आपको घर से बहार जाने की भी जरुरत नहीं.

जैसे- Youtube, Blogging, Freelencing....etc

6. Marketing

इसकी मदद से आप अपने छोटे से वेय्पार को ग्लोबल लेवल तक पहुचा सकते है. इन्टरनेट की मदद से एक छोटे से प्रोडक्ट को दुनिया भर में बेचा जा सकता है.

7. News

हमारे आस पास क्या हो रहा है इसकी जानकारी आखबारो और मग्ज़िनेस या न्यूज़ चैनल्स से होती है आज आप इन अखबारों को ऑनलाइन पढ़ सकते है और आज तो आज सालो पुराने अखबरो को भी पढ़ा जा सकता है.

8. Entertainement

मोरंजन के लिए इन्टरनेट पर आपको फ्री में movies, songs, comedy video, jokes, cartoons..etc मिल जाएगी

9. Share Ideas

आप इन्टरनेट की मदद से आपने विचार और जानकारी दुनिया भर के लोगो के साथ whatsaapp, facebook, instagarm, linkedin..आदि के माध्यम से पूरी दुनिया भर में साझा कर सकते है.

इन्टरनेट के फायेदे (Advantages of Internet)

  • स्टूडेंट्स इससे ऑनलाइन पढाई अस्सानी से कर सकते है
  • कुछ बच्चे क्लासरूम में douts पूछने में झिझकते है. गूगल पर  आप बिना सरमाए हर तरह के सवाल पूछ सकते है.


Internet ke phayede
Internet ke phayede

  • ग्राहक कोई भी सामान खरीदने से पहले अच्छा रिसर्च कर सकते है इससे पैसे और वक्त की बचत होती है.
  • आप लाखो किलोमीटर दूर आपने मित्रो और रेस्तेदारो से video और audio formate में बाते कर सकते है.
  • आप घर बैठे Electricity bill, Insurence, Mobile Recharge, Rent, loan.. आदि का भुगतान कर सकते है.
  • Covid के समय में इन्टरनेट की मदद से video कालिंग के माध्यम से हजारो लोग मीटिंग कर जानकारी का अर्दान प्रदान करते थे. हमरे देस के माननीय प्रधानमंत्री ने भी video कालिंग से ही देस की तमाम जनता को सम्भोदित किया था.
  • सरकार आपनी योजना हर जनता के साथ साझा कर सकती है थकी सभी उसका लाभ उठा पाए.

इन्टरनेट के नुक्सान (Disadvantages of Internet)

  • हर सीखे के दो पहलों होते है इन्टरनेट हमरे लिए उपयोगी तो है लेकिन इसके भी कुछ नुक्सान है.
  • जो लोग कोम्प्टर का ज्यादा इस्तमाल करते है उन्हें आक्सर सर दर्द, थकन, तनाव, और आखो की समस्या होती है.
  • अगर कोई वायरस या मैलवेयर गलती से हमारे कंप्यूटर में आ जाता है तो ये system को काफी नुक्सान पहुचा सकता है.
  • जो बच्चे इन्टरनेट का कम इस्तमाल करते है बाकि बच्चो की तुलना में उनका दिमाग जल्दी विकसित करता है.
  • अगर आपने बिना सोचे समझे अपने अकाउंट डिटेल्स गलत जगह शेयर कर दिया तो आपके साथ फ्रॉड हो सकता है.
  • इन्टरनेट का इस्तमाल कई गैरकानूनी धंधे जैसे durgs supply, illegal weapons सेल करने में होता है जिसे डार्क वेब कहते है
  • जैस की आपको पता होगा की सोशल मीडिया पर कुछ भी जल्दी वायरल हो जाता है फिर वो अफवा और झूटी खबर की क्यों न हो.


Internet ke nuksaan
Internet ke nuksaan

  • आजकल बहुत सारे लोगो को मोबाइल और इन्टरनेट की लत लग जाती जिससे वो धीरे धीरे depression में चले जाता है लोग आपना जरुरी काम छोर कर सोशल मीडिया पैर वक्त बर्बाद करते है जिससे उन्हें आगे परेसानी होती है.

Conclusion (निष्कर्ष)

ये थे इन्टरनेट से होने वाले नुक्सान ये सब बताने का हमरा मकसद लोगो को ये समझाना है की कुछ भी बुरा नहीं होता लेकिन वो नुक्सान तब करता है जब हम उसका हद से ज्यादा इस्तमाल करते है इन्टरनेट एक ऐसी चीज़ है जिससे आप अपनी लाइफ बहुत कुछ अच्छा कर सकते है लेकिन इसकी लत आपको बरबाद भी कर सकती है.

तो आज हमने जाना की इन्टरनेट क्या है और कैसे काम करता है उम्मीद है मेरे द्वारा दी गई जानकरी आपके लिए महत्वपूर्ण रही होगी. अगर कोई सवाल हो तो निचे कमेंट कर सकते है पोस्ट को पढने के लिए धन्येवाद. 

Rishi Chaudhary

मेरा नाम Rishi chaudhary है. मैं एक part time blogger. मैं bihar के शहर muzaffarpur में रहता है. मुझे computer और technology से जुडी चीजो के बाड़े में जानना और दुसरो को भी सिकना पसंद है

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